आज की ताजा खबर

बारिश ने तोड़ा पांच दशक का रिकार्ड किसान परेशान

top-news

भरुआ सुमेरपुर। इस वर्ष रुक-रुक कर हो रही बरसात ने पांच दशक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।बुजुर्ग किसान बताते है कि 50  वर्ष पूर्व दीपावली पर्व तक झमाझम बारिश हुई थी और देवोत्थान एकादशी के बाद रबी की फसलों की बुवाई शुरू हुई थी। इस वर्ष भी कुछ इस तरह के हालात हैं।जून माह से शुरू हुई बारिश अक्टूबर माह का प्रथम सप्ताह गुजर जाने के बाद थमने का नाम नहीं ले रही है। मौसम वैज्ञानिकों का पूर्वानुमान है कि यह दौर फिलहाल 10 अक्टूबर तक अभी चलता रहेगा। लेकिन एक पुरानी कहावत है कि हानि,मीच (मौत) और पानी, ब्रह्मा भी नहीं जानी। कहने का भावार्थ यह है कि नुकसान, मौत और पानी का अनुमान नहीं लगाया जाता है। यह सब कुछ एकाएक होता है। बुजुर्ग किसान कामता प्रसाद यादव, भूरेलाल,मुन्ना मिश्रा,श्याम श्रीवास, गजोधर प्रजापति, फगुनिया प्रजापति, सीताराम सिंह, बच्चूलाल शर्मा ने बताया कि पांच दशक पूर्व इस तरह की वर्षा हुई थी। उस वर्ष दीपावली पर्व के बाद तक बारिश हुई थी और मौन चराने वालों ने छाता लगाकर मौन चराई थी। देवोत्थान एकादशी के बाद रबी की फसलें बोई गई और कार्तिक पूर्णिमा के बाद तक बुवाई का दौर चला था। इस वर्ष भी ऐसे ही हालात बनते जा रहे हैं। अभी पिछले दो दिनों से जिस तरह की झमाझम बारिश हुई है। इससे दीपावली पर्व के पूर्व बुवाई शुरू होना संभव नहीं हैं।लगातार हो रही बारिश अब किसानों को फायदा कम नुकसान अधिक पहुंचा रही है। अधिक बारिश होने से तिल की फसल चौपट होने की कगार पर पहुंच गई है। धान की फसल को भी अब झटका लगना शुरू हो गया है। जिससे किसानों की धड़कने  बढ़ गई है। वहीं अभी तक कहीं भी दलहन तिलहन की बुवाई का दौर नहीं शुरू हो सका है

https://lokbharti.co.in/ad/adds.jpg

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *