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पीलीभीत में विहिप पदाधिकारी सीजीएम कोर्ट से जमानत पर रिहा

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पीलीभीत । पीलीभीत में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के संगठन मंत्री प्रिंस गौड़ की गिरफ्तारी पर विवाद बढ़ने लगा है। मंगलवार को उनकी जमानत मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय ने दे दी। इसी के आधार पर प्रिंस को कारागार से रिहा कर दिया गया है। शनिवार को उनका स्वास्थ अचानक बिगड़ने के कारण वे जिला चिकित्सालय में उपचार पर है। इस जमानत के साथ ही विहिप व अन्य हिन्दू संगठनों ने राहत की सांस ली है।
एडीएम ऋतु पुनिया ने विहिप नेता प्रिंस गौड़ के विरुद्ध गत 06 नवंबर गुरुवार को प्रथम सूचना रिपोर्ट  भारतीय न्याय संहिता (बी एन एस),2023 132 किसी सरकारी व्यक्ति पर हमला या बलकरवार  प्रयोग,336(3) धोखाधड़ी के इरादे से जालसाजी,338 जानबूझकर नकली दस्तावेज बनाना वो उसका इस्तेमाल करना,340(2) बेईमानी से किसी दस्तावेज़ या इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड को असली के रूप में उपयोग करना ,308(5) किसी को मौत या गंभीर चोट का डर दिखाकर जबरन वसूली करना, ,351(2) आपराधिक धमकी से संबंधित धाराओं में पीलीभीत नगर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। प्रिंस गौड़ को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया था। उसी दिन रात में जेल में उनकी तबियत अचानक खराब हो जाने के बाद उन्हें चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था।
रविवार को विहिप ब्रज प्रांत के प्रांतीय संगठन मंत्री राजेश ने डीएम एसएसपी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर पूरे मामले पर विस्तृत चर्चा की थी। उन्होंने कहा कि प्रिंस गौड़ पर एडीएम ऋतु पुनिया के स्तर से दर्ज कराया गया मुकदमा पूरी तरह आधारहीन और फर्जी है। यह कार्रवाई एडीएम की एक सोची-समझी रणनीति और संगठन को बदनाम करने का हिस्सा है। प्रशासन इसकी तत्काल जांच कराए। इस पूरे प्रकरण पर जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह ने मीडिया से प्रांतीय नेता के भेंट करने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि उनकी मांग पर प्रशासन ने जांच  कराने का निर्णय लेते हुए प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। एसएसपी अभिषेक यादव ने मीडिया को बताया कि विहिप प्रांतीय नेता राजेश को उन्होंने ने पूर्ण निष्पक्षता का आश्वासन दिया। उन्होंने विवेचना के बीच प्रकरण पर कोई गंभीर टिप्पणी से इनकार कर दिया।
विहिप ब्रज प्रांत के प्रांतीय संगठन मंत्री राजेश ने मीडिया को बताया कि प्रशासनिक वार्ता जारी है और संगठन वेट एंड वॉच की स्थिति में है। उन्होंने साफ चेतावनी दी यदि प्रशासन का निर्णय संगठन की अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं आया, तो संगठन पीलीभीत में बड़ा और निर्णायक आंदोलन करेगा। उन्होंने यह भी बताया कि एडीएम वित्त पीलीभीत ऋतु पुनिया के कार्यप्रणाली और उनके कूट रचित रूप से संगठन के विरुद्ध किए गए कार्य से भी शासन को अवगत कराकर जांच कराकर उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की मांग की गई है। इस पूरे प्रकरण पर विहिप के उच्च स्तरीय नेता भी गंभीर है।
एडीएम ऋतु पुनिया ने इस संबंध में विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष को पत्र भेजा था। जिसमें जिलाध्यक्ष ने चार नवंबर को अपने उत्तर में जिस लेटर पैड से शिकायत की गई थी, वह कूटरचित (फर्जी) बताते हुए कहा था संगठन ने किसी को इस प्रकार की शिकायत का अधिकार नहीं दिया था। इस पर प्रांतीय नेता राजेश ने बताया कि इसकी भी संगठन के स्तर से जांच की जाएगी और कार्रवाई भी होगी। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल को कमजोर समझने की कोई भी गलती न करे। संगठन हर परिस्थिति में अपने कार्यकर्ताओं के साथ खड़ा है।  एडीएम ऋतु पूनिया ने मीडिया को सफाई दी जिन रिश्तेदारों का नाम लेकर जमीन खरीदने की बात कही गई, उनकी कई साल पहले ही मौत हो चुकी है। 
एडीएम ने प्रिंस गौड़ पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाते हुए उनसे धन उगाही का प्रयास और उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए फर्जी शिकायत का आरोप लगाया। आरोपी प्रिंस गिरोह के माध्यम से उन पर हमला कराने की साजिश कर सकता है। एडीएम ऋतु पूनिया की शिकायत पर विश्व हिंदू परिषद के संगठन मंत्री प्रिंस गौड़ को गिरफ्तार किया गया।

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