आज की ताजा खबर

थाथरमई के ग्रामीण प्रधान की अनदेखी के कारण नरकीय जीवन जीने पर मजबूर, गांव की गलियां दलदल में तब्दील

top-news

 शाहजहांपुर / विकासखंड जलालाबाद क्षेत्र के रामगँगा नदी के किनारे बसने वाले गांव उइला थाथरमई के ग्रामीण नरकीय जीवन जीने पर मजबूर हैं. गांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में अध्यापक नहीं है, गांव की प्रत्येक गली में जल भराव होने से दलदल मे तब्दील हो गयी है. नालिया ना बन होने के कारण घरों का पानी गलियों में भरा रहता है.बरसात के समय ग्रामीणों का निकलना बैठना मुश्किल हो रहा है. पूर्व माध्यमिक विद्यालय के पास मिट्टी के कच्चे रास्ते पर घास व पेड़ खड़े हैं बच्चे स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं.ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान के खिलाफ इसके लिए भारी रोष व्याप्त है. ग्राम प्रधान ने अपने दरवाजे के पास आरसीसी की ईटे बिछा ली है जबकि पूरा गांव नरक का जीवन जी रहा है. ग्रामीणों ने अधिकारियों जनप्रतिनिधियों से एक बार गांव आकर नरकीय जीवन जी रहे ग्रामीणों की दशा देखने की मांग की है।
 उइला थाथरमई में पूर्व माध्यमिक विद्यालय के निकट रामाश्रय मोरपाल के खेत के पास के एक कच्चा रास्ता बनाया गया.इस रास्ते को कटीले तारों से बंद कर दिया गया रास्ते में घास व पेड़ खड़े हैं खाना पूरी करके रास्ते के नाम पर पैसों का बंदर बांट किया गया है. इसलिए बच्चे स्कूल नहीं पहुंच पाते हैं और उनको घूम कर एक किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करके स्कूल आना पड़ता है. गांव में सरकारी पूर्व माध्यमिक विद्यालय है जिसमें 136 बच्चे पढ़ते हैं परंतु विद्यालय में कोई भी अध्यापक तैनात नहीं है प्राइमरी की एक अध्यापिका को स्कूल खोलने व बंद करने के लिए अटैच किया गया है. विद्यालय के पास बने शौचालय में ताला लटका रहता है स्कूल की छात्राओं को शौच के लिए इ धर-उधर जाना पड़ता है. विद्यालय में बाउंड्री वॉल नहीं है जिससे आवारा जानवर स्कूल में बैठते हैं.खंड शिक्षा अधिकारी कहना है की अध्यापक नहीं है तो हम क्या करें. गांव में पूरी गलियां बहुत पहले खड़ंजा बिछाया गया था खड़ंजा मिट्टी में तब्दील हो गया गलियां गंदगी पानी वी दलदल में तब्दील हो गई है ग्राम प्रधान गांव के विकास के बजाय अपने विकास पर लगे हुए हैं. ग्राम पंचायत अधिकारी रेणु यादव ने कहा छोटी ग्राम पंचायत है विकास के लिए फंड नहीं मिलता है जो भी मिलता है उसी से काम कराया जा रहा है.

https://lokbharti.co.in/ad/adds.jpg

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *