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रक्षा बंधन पर्व को लेकर बाजारों में छाई रौनक

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सीतापुर। रक्षाबंधन का त्यौहार भाई-बहन के बीच कर्तव्य के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उसकी समृद्धि, स्वास्थ्य और खुशहाली की कामना करती हैं। रक्षा बंधन पर्व को लेकर महिलाओं का उत्साह भी दिखाई देना पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहर की बाजारों में महिलाओं की भारी संख्या दिखाई दे रही है। बहने अपने भाइयों की कलाई पर बांधने के लिए आकर्षक सुंदर डिज़ाइन की राखियो की खरीदारी करती नजर आ रही बाजार कई प्रकार की आकर्षक राखी की दुकानों पर रेशमी, सूती, फैंसी, चंदन, राम मंदिर की डिजाइन की राखी, ए डी ब्रेसलेट राखी, गोल्ड मोहर, भाई भाभी राखी, वही छोटे छोटे बच्चो को बच्चियों को कार्टून राखियां आकर्षित कर रही हैं जिसमें मोटू पतलू, शीग चेन, डोरे मोन, मिक्की माउस, डोरेमिफा, फैंटम, स्पाइडरमैन, टीटू, योगिता, आदि कार्टूनिस्ट राखियां भी खरीदी जा रही हैं। राखी विक्रेता मोती लाल, राजा के द्वारा बताया गया कि उनकी दुकान पर रेशमी, सूती धागों की बनी आकर्षक राखी उपलब्ध हैं जिसमें से महिलाओं ने राम मंदिर, चंदन, ए डी ब्रेसलेट राखी की ज्यादा खरीद कर रही है विक्रेता के द्वारा बताया गया कि उनकी दुकान पर 10 रुपए से लेकर 350 रुपए तक की राखी उपलब्ध है। वहीं सुनील शाह राखी विक्रेता ने बताया कि बच्चों के द्वारा कार्टूनिस्ट राखियां की खरीददारी की जा रही है। साथ ही ऑपरेशन सिंदूर डिजाइन की राखियो की मांग भी महिलाओं द्वारा की जा रही है।

चांदी की राखियो के साथ सोने की राखियां भी लोगो की पसन्द

रक्षा बंधन के पर्व को यादगार बनाने के लिए सर्राफा की दुकानों पर भी अपने भाइयों की कलाई पर बांधने के लिए चांदी की राखियां आकर्षक डिजाइनों में उपलब्ध है। सहगल आभूषण के प्रोपाइटर हर्ष सहगल ने  बताया गया कि गत वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष महिलाओं द्वारा चांदी की राखियां की खरीददारी अधिक की जा रही हैं। चांदी की राखियो की कीमत 300 रुपए से लेकर 7000 हजार रुपए तक उपलब्ध हैं। वहीं सोने की राखी पर मेरा भाई, ओम, राम, आदि की डिजाइन है। गोविन्द ज्वैलर्स के प्रोपराइटर आशीष मेहरोत्रा ने बताया कि सोने की राखियो की कीमत 3500 रुपए से लेकर 12000 रुपए तक है। 

भाई बहन के प्रति समर्पित प्यार का पर्व है रक्षा बंधन

रक्षाबन्धन भारतीय धर्म संस्कृति के अनुसार रक्षाबन्धन का त्योहार श्रावण माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह त्योहार भाई-बहन को स्नेह की डोर में बांधता है। इस दिन बहन अपने भाई के मस्तक पर टीका लगाकर रक्षा का बन्धन बांधती है, जिसे राखी कहते हैं। यह एक हिन्दू व जैन त्योहार है जो प्रतिवर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। 

राखी बांधने का शुभ मुहूर्त

इस बार का रक्षाबंधन काफी उत्तम माना जा रहा है। इस दिन श्रवण नक्षत्र होगा। चंद्रमा मकर राशि में रहेंगे। इसके स्वामी शनि हैं और शनिवार के स्वामी भी शनि हैं। इसलिए शनिवार, श्रवण व शनि का त्रियोग लोगों को लाभ देगा। सर्वार्थ सिद्धी योग और द्विपुष्कर योग का निर्माण भी हो रहा है। सबसे सुखद यह है कि इस वर्ष रक्षाबंधन पर भद्रा का साया नहीं है। इस बार का रक्षाबंधन काफी उत्तम माना जा रहा है। इस दिन श्रवण नक्षत्र होगा। धमाचार्य आशीष शास्त्री ने बताया कि राखी बंधाने का शुभ मुहूर्त 9 अगस्त शनिवार की सुबह 5.47 मिनट से लेकर दोपहर 1.24 मिनट तक है। इस दिन अभिजित मुहूर्त दिन के 12 पी एम से 12.53 बजे तक बन रहा है। इस शुभ मुहूर्त में बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांध सकेंगी।


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