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मौत में बदली प्रेम-विश्वास और धोखे की कहानी, महिला सिपाही का शव बरामद

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मसौली (बाराबंकी )। एक महिला आरक्षी की प्रेम, भरोसे और अंततः टूटे रिश्तों की यह कहानी मौत की चुप्पी में बदल गई। मसौली थाना क्षेत्र के बिंदौरा गांव के पास धान के खेतों में अर्धनग्न अवस्था में मिली 24 वर्षीय महिला सिपाही विमलेश पाल की लाश ने न सिर्फ पुलिस महकमे को हिला दिया, बल्कि सुरक्षा और नैतिकता पर भी बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। शव की शिनाख्त वर्दी और नेम प्लेट से हुई। विमलेश पाल वर्तमान में सावन मेले के दौरान लोधेश्वर महादेव मंदिर में तैनात थीं। रविवार को उन्होंने ड्यूटी के लिए सुबेहा थाने से रवानगी ली, लेकिन मंदिर नहीं पहुंचीं। बुधवार सुबह खेत में पानी देने पहुंचे किसान भानु ने कुत्तों और कौवों की हलचल देख शव की सूचना दी। घटनास्थल पर आईजी अयोध्या प्रवीण कुमार, एसपी अर्पित विजय वर्गीय एएसपी विकास त्रिपाठी और सीओ गरिमा पंत भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने मौके से अहम साक्ष्य जुटाए हैं।
मृतका की पृष्ठभूमि और निजी जीवन 
मूलतः सुल्तानपुर जनपद के जयसिंहपुर थाना क्षेत्र के अहिरोली भभोट गांव की निवासी विमलेश को पिता भारत पाल की मृत्यु के बाद 2017 में मृतक आश्रित कोटे से नौकरी मिली थी। वह चार बहनों में तीसरे नंबर पर थीं और फिलहाल अविवाहित थीं। बीते वर्ष विमलेश ने पुरुष सिपाही इंद्रेश मौर्य पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था, जो रामनगर थाने में तैनात था। बाद में विमलेश ने कोर्ट में 164 के बयान में दोनों के बीच कोर्ट मैरिज की बात स्वीकारते हुए केस वापस लेने की बात कही थी। फिलहाल इंद्रेश का तबादला हरदोई जनपद में हो चुका है और वह 15 दिन की छुट्टी पर है।
 जांच के केंद्र में है पूर्व प्रेमी सिपाही
आईजी प्रवीण कुमार ने स्पष्ट किया कि शुरुआती जांच और परिस्थितिजन्य साक्ष्य बताते हैं कि यह एक सुनियोजित हत्या है, और शक की सुई सीधे पूर्व साथी आरक्षी इंद्रेश मौर्य की ओर घूम रही है।आरोपी फरार है और उसकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गई है। पुलिस का मानना है कि हत्या का मकसद निजी रंजिश या राज़ को छुपाने की कोशिश हो सकती है।
 पुलिस महकमे में खलबली 
महिला सिपाही की निर्मम हत्या के बाद पुलिस लाइन से लेकर थानों तक हलचल मची हुई है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या महकमे के भीतर संबंधों और अनुशासन की निगरानी पर्याप्त है। विभागीय सूत्रों का मानना है कि यदि विमलेश की गुमशुदगी को गंभीरता से पहले दिन ही लिया जाता, तो शायद उसकी जान बच सकती थी।
 जल्द होगा खुलासा
आईजी प्रवीण कुमार ने स्पष्ट किया कि, यह एक सोची-समझी हत्या है, और हम तकनीकी साक्ष्यों के साथ जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर इस पूरे मामले से पर्दा उठाएंगे। वही इस संबंध में एएसपी उत्तरी विकास चंद्र त्रिपाठी ने यह भी बताया कि घटनास्थल के पास एक स्कूटी बरामद हुई है। जो कि मृतका के साथी सिपाही इंद्रेश के नाम दर्ज है। पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है।

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